जीवन कला जीने की विद्या मुक्ति दे अनुकरणीय हो निज आचरण पथ प्रदर्शन बहे प्रेम सरित समाज में उजियारा जिज्ञासु-ज्ञान पिपासु रहें वजह की जीने आरज़ू तमन्ना नहीं

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